पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती को सद्भावना दिवस के रूप में मनाई जाती है
देश की एकता-अखंडता को बरकरार रखने के उद्देश्य से सद्भावना दिवस पर सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारी-कार्मिकों से आपसी सौहार्द्र बनाए रखने का संकल्प लिया जाता है। भारतीय संविधान के तहत देश में कानून का सम्मान रखते हुए सभी को सम्मानजनक जीवन यापन करने का अधिकार है। ऐसे में आपसी सौहार्द्र की भावना जाग्रत हो। इसके लिए राष्ट्रीय सद्भावना दिवस मनाया जाता है। शा.उ.मा.वि.तुमसनार में सद्भावना शपथ समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान शपथ लिया गया कि "मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म अथवा भाषा का भेदभाव किए बिना सभी भारतवासियों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करूंगा। मैं पुन. प्रतिज्ञा करता हूं कि मै हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मदभेद बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाऊंगा ।"
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी जिन्होंने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना देखा था। उनके द्वारा देश के लिए किए गए कई सामाजिक और आर्थिक कार्यों के द्वारा भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के दृष्टि को साफतौर पर देखा जा सकता है। उनकी जयंती पर देश के विकास के लिए दिए गए उनके भाषणों के उत्साहयुक्त और प्रेरणादायी शब्द हमेशा याद किए जाते है। उनके कहे हुये शब्द बहुत ही प्रेरणादायी थे ,जो आज भी देश के युवाओं को भारत का नेतृत्व करने के लिये प्रेरित करते है।
इस बारे में बच्चों को बताया गया एवं 20 से 30 जनवरी तक "हमर झंडा" कार्यक्रम का आयोजन के सम्बन्ध में बताया गया एवं उन्हें गाँधी फिल्म प्रोजेक्टर के माध्यम से 20 तारीख को दिखाना तय किया गया,, शपथ समारोह का कुछ तश्वीर अग्र दर्शित है
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प्राप्त निर्देशों का वाचन करते हुए सस्था प्रमुख शा.उ.मा.वि.तुमसनार |
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शपथ लेते हुए शालेय परिवार शा.उ.मा.वि.तुमसनार |
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शपथ लेते हुए शिक्षक एवं बच्चें शा.उ.मा.वि.तुमसनार |
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